उज्जैन। महालय श्राद्ध के अंतर्गत 23 सितंबर को नवमी तिथि में जिनके परिवार में पूर्वजों की मृत्यु हुई है उनके लिए श्राद्ध का दिन है। श्री क्षेत्र पंडा समिति के अध्यक्ष पंडित राजेश त्रिवेदी आम वाला पंडा ने बताया कि नवमी तिथि पशुपालन में पुनर्वसु नक्षत्र भूमि में सोमवार सौभाग्य में वृद्धि का सूचक है। इनमें से किसी की भी कामना रखने वाले व्यक्ति अपने पूर्वजों का श्राद्ध कर मानव की पूर्ति कर सकते हैं। साथ ही यह दिन परिवार में मृतक सौभाग्यवती महिलाओं व वृद्धों के लिए के लिए श्राद्ध का दिन है जिनकी तिथि हमें मालूम नहीं है।
23 सितंबर 2019 को नवमी का श्राद्ध