आठ साल की उम्र में सुबह ४ बजे स्नान कर पढ़ने जाते थे डॉ. कलाम


सपने वो नहीं होते जो रात को सोने पर आते है, सपनें वो होते हैं जो रातों में सोने नहीं देते. ऐसे दमदार विचार रखने वाले भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम अब इस दुनिया में नहीं रहे लेकिन वो लोगो के दिलो में हमेशा जीवित रहेंगे। वैसे तो अब्दुल कलाम किसी परिचय के मोहताज नही है लेकिन फिर भी उनके बारे में ऐसी रोचक बातें हैं जो आप शायद ही जानते हो।
१. डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम का जन्म 15 अक्टूबर 1931 को दक्षिण भारतीय राज्य तमिलनाडु के रामेश्वरम में हुआ।
2. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम का पूरा नाम अवुर पाकिर जैनुलाबदीन अब्दुल कलाम है।
3. पेशे से नाविक कलाम के पिता ज्यादा पढ़े लिखे नहीं थे। ये मछुआरों को नाव किराये पर दिया करते थे। पांच भाई और पांच बहनों वाले परिवार को चलाने के लिए पिता के पैसे कम पड़ जाते थे।
4. कलाम जब 8 साल के थे, तब से सुबह 4 बजे उठते थे और स्नान करने के बाद गणित पढ़ने चले जाते थे। उनके अध्यापक स्वामीयर की यह विशेषता थी कि जो विद्यार्थी स्नान करके नहीं आता था, वह उसे नहीं पढ़ाते थे। वे कलाम के साथ साथ पाँच और विद्यार्थियों को प्रतिवर्ष नि:शुल्क ट्यूशन पढ़ाते थे। लिहाजा, तभी से डॉक्टर कलाम को सुबह उठने की आदत है।
5. देश के पूर्व राष्ट्रपति रह चुके डॉक्टर अब्दुल कलाम बचपन में अखबार भी बांटा करते थे। दरअसल, वे अपने पिता की आर्थिक तौर पर मदद करना चाहते थे, जिसके लिए वे स्कूल से आने के बाद अखबार बांटने निकल जाया करते थे।
6. 1992 से 1999 तक कलाम रक्षा मंत्री के रक्षा सलाहकार भी रहे। इस दौरान वाजपेयी सरकार ने पोखरण में दूसरी बार न्यूक्लियर टेस्ट भी किए और भारत परमाणु हथियार बनाने वाले देशों में शामिल हो गया।
7. डॉ कलाम को वर्ष 1997 में भारत रत्न सम्मान से नवाजा गया। आपको बता दें, डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्ण और डॉ जाकिर हुसैन के बाद कलाम ही एक ऐसे व्यक्ति हैं, जिन्होंने भारत रत्न मिलने के बाद राष्ट्रपति का पद संभाला। के आर नारायण के हाथों इन्हें भारत रत्न सम्मान प्राप्त हुआ था।
8. डॉ. कलाम को पीपुल्स प्रेसिडेंट भी कहा जाता है। क्योंकि वे आम लोगों से काफी नजदीकी रिश्ता बनाकर रखते थे।
9. डॉक्टर कलाम ने एक बार कहा था कि किताबें उनकी प्रिय मित्र हैं। और उनके घर में लाइब्रेरी है, जिसमें हजारों पुस्तकें हैं। वह किताबें उनकी सबसे बड़ी संपदा है।
10. डॉक्टर कलाम युवाओं और बच्चों के बीच खासे लोकप्रिय हैं। यह उनकी लोकप्रियता का ही आलम है कि साल 2003 और 2006 में उन्हें एमटीवी ने बतौर यूथ ऑइकन ऑफ दि ईयर नॉमिनेट किया था।
11. एक इंटरव्यू के दौरान डॉक्टर कलाम ने कहा था, कि संगीत और नृत्य एक ऐसा साधन है, जिसके जरिए हम वैश्विक शांति सुनिश्चित कर सकते हैं। कला में पूरे विश्व को साथ लाने की ताकत है। डॉक्टर कलाम को संगीत से खासा लगाव है।
12. इन्हें मिसाइल मैन के नाम से भी संबोधित किया जाता है। डॉक्टर अब्दुल कलाम को प्रोजेक्ट डायरेक्टर के रूप में भारत का पहला स्वदेशी उपग्रह एसएलवी-३ प्रक्षेपास्त्र बनाने का श्रेय हासिल है।
13. भारत के राष्ट्रपति डॉ. अब्दुल कलाम 26 मई 2006 को जब स्विट्ज़रलैंड की यात्रा पर वहां पहुंचे, तो स्विट्ज़रलैंड सरकार ने उस दिन को विज्ञान दिवस घोषित किया, जो डॉ. कलाम को समर्पित है।
14. एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम ने जीवन के सबसे बड़े अफसोस का जिक्र किया था उन्होंने कहा था कि वह अपने माता पिता को उनके जीवनकाल में 24 घंटे बिजली उपलब्ध नहीं करा सके।
15. 27 जुलाई 2015 को दिल का दौरा पड़ने से इस महान व्यक्ति का निधन हो गया।
कमाल के थे कलाम साहब। एक बेहद गरीब परिवार से होने के बावजूद अपनी मेहनत और समर्पण के बल पर बड़े से बड़े सपनो को साकार करने का एक जीता-जागता प्रमाण हैं। सचमुच डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम जैसा व्यक्तित्व का इस धरती पर जन्म लेना भारत के लिए गौरव की बात हैं।
१६. डॉ. ए पी जे अब्दुल कलाम एक बेहद गरीब परिवार से थे। उनके पिता के पास परिवार चलाने के नाम पर बस एक नाव थी।
१७. डॉ. कलाम शुरू से बहुत मेहनती थे। सिर्फ पांच साल की उम्र से ही, उन्होंने अपने परिवार को सहयोग करने के लिए अखबार बेचना शुरू कर दिया था।
१८. कलाम साहब को फिजिक्स और गणित दोनों ही विषय बहुत पसंद थे। गणित पढने के लिए सुबह 4 बजे ही उठ जाते थे।
१९. कलाम साहब शुरू से एक पायलट बनना चाहते थे और एक बार वे इसके बेहद करीब पहुँच गए थे। इंडियन एयर फोर्स की चयन सूची में वे 9वें स्थान पर थे, जबकि सिर्फ आठ लोगों का ही चयन होना था।
२०. 1969 में वे इसरो में चले गए और उन्हें सेटेलाइट लांच व्हाइकल्स का प्रोजेक्ट डायरेक्टर बना दिया गया। प्रोजेक्ट सफल रहा और भारत ने पृथ्वी की कक्षा में रोहिणी उपग्रह भेजने में सफलता प्राप्त की।
२१. कलाम साहब को मिसाइल मैन के नाम से भी जाना जाता है। क्योंकि उन्होंने भारत के लिए अग्नि और पृथ्वी जैसी पॉवरफुल मिसाइल्स बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
२२. पोखरण-2 न्यूक्लीयर टेस्ट की सफलता के पीछे भी डॉ. कलाम का बड़ा हाथ था।
२३. डॉ. कलाम भारत रत्न से सम्मानित तो हुए ही, उन्हें 40 विश्वविद्यालयों से डॉक्टरेट की उपाधि भी प्रदान की गयी।
२४. उनके जीवन से प्रेरित होकर आईएम कलाम नामक बॉलीवुड मूवी भी बनायी गयी।
२५. डॉ. कलाम को बच्चों से बहुत प्यार था और वे हेमशा उनकी जिज्ञासा को शांत करने की कोशिश करते थे। यहाँ तक की अपनी मृत्यु से ठीक पहले भी वो यही काम कर रहे थे- वे आईआईएम शिलांग में स्टूडेंट्स को संबोधित कर रहे थे।
२६. डॉ. कलाम जब एक बार अमेरिका गए थे तब सुरक्षा अधिकारियों ने उन्हें रोक कर उनकी तालाशी ली थी। भारत ने इसका कड़ा विरोध किया था।
२७. जब एक बार किसी पत्रकार ने उनसे पूछा कि वो किस रूप में याद किया जाना पसंद करेंगे- एक वैज्ञानिक, एक राष्ट्रपति या एक शिक्षक के रूप में? डॉ. कलाम ने कहा था- (एपीजे अब्दुल कलाम के 101 बेस्ट इंस्पायरिंग थॉट्स २3)
२८. शिक्षण एक बहुत ही महान पेशा है जो किसी व्यक्ति के चरित्र, क्षमता, और भविष्य को आकार देता है। अगर लोग मुझे एक अच्छे शिक्षक के रूप में याद रखते हैं, तो मेरे लिए ये सबसे बड़ा सम्मान होगा।
२९. डॉ. कलाम को तमिल में कविताएँ लिखने और वीणा बजाने का शौक था।
३०. डॉ. कलाम शुरू में तो नॉन वेजिटेरियन थे लेकिन बाद में वेजिटेरियन बन गए थे।
३१. डॉ. कलाम पहले ऐसे राष्ट्रपति हुए जो अविवाहित थे और एक वैज्ञानिक भी।
३२. अपने ट्वीटल अकाउंट पर डॉ. कलाम कुल 38 लोगों को फॉलो करते थे, जिसमे बस एक ही क्रिकेटर था- वीवीएस लक्ष्मण।
३३. डॉ. कलाम महान वैज्ञानिक डॉ. विक्रम साराभाई को अपना मेंटर मानते थे।
३४. डॉ. कलाम का पहला बड़ा प्रोजेक्ट, एसएलवी-3 फेल हो गया था। उस समय वो बहुत दुखी हुए थे पर अपनी गलतियों से सीखते हुए उन्होंने आगे चल कर बड़ी-बड़ी सफलताएं अर्जित कीं।
३५. डॉ. कलाम बतौर राष्ट्रपति मिलने वाले अपनी सैलरी दान में दे दिया करते थे। उन्होंने एक ट्रस्ट बनाया था- क्कह्म्श1द्बस्रद्बठ्ठद्द ह्म्ड्ढड्डठ्ठ ्रद्वद्गठ्ठद्बह्लद्बद्गह्य ह्लश क्रह्वह्म्ड्डद्य ्रह्म्द्गड्डह्य (क्कक्र्र), और इसी ट्रस्ट में वो अपनी सैलरी डोनेट कर देते थे।
३६. डॉ. कलाम विशेष तौर पर उनके लिए मंगाई गयी कुर्सी पर नहीं बैठते थे, बल्कि सबके साथ बराबर की कुर्सी पर ही बैठते थे।
३७. एक बार डॉ. कलाम ने याहू पर पूछा, हमें दुनिया को आतंकवाद से मुक्त करने के लिए क्या करना चाहिए? तो इसके जवाब में उन्हें 30,000 जवाब मिले।
३८. डॉ. कलाम चाहते थे कि राष्ट्रपति भवन पूरी तरह से सौर्य ऊर्जा से संचालित हो, लेकिन उनके कार्यकाल के दौरान ये कार्य पूरा नहीं हो पाया।
३९. डॉ. कलाम की प्रेरणादायी ऑटोबायोग्राफी विंग्स ऑफ फायर फ्रेंच और चायनीज सहित 13 भाषाओं में ट्रांसलेट की जा चुकी है।
४०. डॉ. कलाम ने अलग-अलग विषयों पर कम से कम 15 किताबें लिखी हैं। उनका कहना था-
लिखना मेरा प्यार है। अगर आप किसी चीज से प्यार करते हैं, आप उसके लिए बहुत सारा समय निकाल लेते हैं। मैं रोज दो घंटे लिखता हूँ, आमतौर पे मध्यरात्रि में शुरू करता हूँ, कभी कभी मैं 11 बजे से लिखना शुरू करता हूँ।
४१. डॉ. कलाम को समुद्र से बेहद लगाव था।
४२. अपने माता-पिता की आँखों की समस्या के लिए कुछ ख़ास न कर पाना डॉ. कलाम के जीवन का सबसे बड़ा अफ़सोस था।
४३. राष्ट्रपति के तौर पे उन्हें अदालतों द्वारा दिए गए मृत्यु दण्ड की पुष्टि करना बेहद कठिन काम लगता था।
४४. डॉ. कलाम एक कुशल लीडर थे। वे किसी भी परियोजना के फेल होने पर खुद को जिम्मेदार ठहराते थे लेकिन सफलता मिलने पर पूरी टीम को श्रेय देते थे।