उज्जैन। एक्टिव लर्निंग मेथड (ए.एल.एम) पर आधारित शिक्षा विद्यार्थी में सृजनशीलता, सजगता एवं रूचि उत्पन्न करती है। इसी तर्ज पर आधारित भारतीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में पांच दिवसीय सेमिनार का आयोजन हुआ जिसमें कक्षा 12वीं के विद्यार्थियों ने अपने विषय से संबंधित ज्ञान को पावर पाइंट प्रजेन्टेशन द्वारा सांझा किया। शिक्षाविद् डॉ. अमित गोयल एवं डॉ राजेश साकोरिकर सर ने शिक्षण के इस प्रयास को सराहनीय कहा। विद्यालयीन निदेशक डॉ. तनुजा कद्रे मेडम ने कहा कि इस पद्धति से विद्यार्थी में आत्मविश्वास बढ़ता है एवं वह कम समय में अधिक शिक्षा ग्रहण करके उच्च अंक प्राप्त कर सकता है।
नवाचार एवं सृजनशीलता से कम अवधि में अधिकतम ज्ञान