रसायन से हो रही जमीन खराब, गांव के लोगों में कैंसर बढ़ा

जैविक खेती अपनाओ, धरती मां को बचाओं, के संदेश के साथ जैविक खेती के प्रति किसानों को किया जागरूक



उज्जैन। 'जैविक खेती अपनाओ, धरती मां को बचाओ' संदेश के साथ बुधवार को जैविक खेती के प्रति किसानों को जागरूक करने के उद्देश्य से एक कार्यशाला का आयोजन भरतपुरी में किया गया। कार्यशाला में देवास रोड़, इंदौर रोड, बड़नगर रोड़, आगर रोड़ सहित उज्जैन से 25 किलोमीटर के क्षेत्र से करीब 100 से अधिक किसान शामिल हुए।
संयोजक लादूराम देवासी के अनुसार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा धरती मां को रासायनिक मुक्त कर जैविक खेती के लिए जागरूक करने का संदेश दिया गया है। मोदीजी के इस संदेश को ध्यान में रखते हुए जैविक उत्पादों को लेकर किसानों को जागरूक किया एवं रासायनिक खेती से नुकसान से किसानों को परिचित कराया। कार्यशाला में बताया कि रासायनिक खेती से जमीन खराब होती है, रुपया ज्यादा खर्च हो रहा है और गांवो में लोग कैंसर से पीड़ित हो रहे है। जैविक में खर्चा कम होता है और मिट्टी की उर्वरता बढ़ती है साथ ही लोगों तथा पशु-पक्षियों में होने वाली बीमारी कम हो जाती है। यदि रासायनिक उपयोग करते रहे तो अगले 10 सालो में जमीन कठोर होकर नष्ट हो जाएगी, रासायनिक से फसल तो होती है लेकिन जमीन खराब हो जाती है। इस दौरान स्वास्थ्य के लिए उपयुक्त उत्पादों की जानकारी गेलवे की टीम द्वारा दी गई। प्रातः 11 से दोपहर 2 बजे तक चली कार्यशाला में 3 सत्रों में किसानों को नागूसिंह सिसौदिया, लखन योगी, वीनेश कुमार, रामनारायण परिहार, रामवीर गुर्जर, किरण मोरे द्वारा जानकारी दी गई।