हेलियॉज महाविद्यालय में राष्ट्रीय शिक्षा दिवस मनाया गया 

उज्जैन। हेलियॉज महाविद्यालय में 11 नवम्बर को मौलाना अबुल कलाम आजाद के जन्म दिवस पर राष्ट्रीय शिक्षा दिवस मनाया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर्नल डॉ. आर.के. सिंह चैहान ने की। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य व मुख्य वक्ता के रूप में प्रो. देवेन्द्र मिमरोट उपस्थित रहे।

आरंभ में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. आर.एस. सोनी ने शिक्षा दिवस पर शिक्षा, शिक्षार्थी और शिक्षक पर अपने विचार व्यक्त करते हुए बताया कि सार्थक शिक्षा ही जीवन में बदलाव लाती है।

कार्यक्रम के मुख्य वक्ता प्रो. देवेन्द्र मिमरोट मौलाना अबुल कलाम आजाद के विषय में प्रजेन्टेशन के माध्यम ने से विस्तार से बताते हुए कहा कि वे आजाद भारत के प्रथम शिक्षा मंत्री थे। आज उनकी ही देन है वे एक लेखक, कवि, पत्रकार व स्वतंत्रता संग्राम सेनानी होने के साथ कही भाषाओंं के ज्ञानी थे। वे देश के विभाजन का विरोध करने वाले सशक्त मुस्लिम नेता थे। उन्होंने सरकार के अनुरोध पर भारत रत्न की उपाधी को भी अस्वीकार कर दिया परन्तु सन् 1992 में उनके मरणोपरान्त भारत सरकार ने उन्हें देश का सर्वोच्च नागरिक 'भारत रत्नÓ का सम्मान दिया। उन्हीं कि याद में 11 नवम्बर को ''राष्ट्रीय शिक्षा दिवसÓÓ मनाया जाता है।

कार्यक्रम के अध्यक्ष कर्नल डॉ. आर.के. सिंह चैहान ने आज की शिक्षा व शिक्षकों पर सार गर्भित उद्बोधन दिया। आभार प्रो. कपिल तारे जी ने मना। संचालन प्रो. कमलेश शर्मा ने किया।