रानी दुर्गावती मिशन के माध्यम से महिलाओं को रुढ़िवादी परम्पराओं से दिलाएंगे मुक्ति

मिशन की शुरुआत उज्जैन से करने और शुभारंभ प्रियंका गांधी से कराने के प्रयास



उज्जैन। रानी दुर्गावती मिशन के माध्यम से महिलाओं को रुढ़िवादी परम्पराओं से मुक्ति दिलाने के प्रयास किए जाएंगे, ताकि समाज में महिलाओं को उत्पीड़न से मुक्ति मिल सके और महिलाओं को सशक्त बनाया जाए। इस हेतु मिशन की शुरुआत उज्जैन से करने और इसका शुभारंभ प्रियंका गांधी से कराने के प्रयास किए जा रहे हैं।
यह बात अ.भा. कांग्रेस कमेटी की सदस्य एवं महिला उत्पीड़न उत्थान प्रकोष्ठ की प्रदेश अध्यक्ष संगीता जोशी ने प्रेस क्लब में पत्रकारवार्ता में पत्रकारों से कही। उन्होंने कहा कि समाज में व्याप्त रुढ़िवादी परम्पराओं के कारण जहाँ महिलाओं का उत्पीड़न किया जाता है, वहाँ जागरूकता लाई जाएगी। इसके लिए प्रदेशभर में अभियान चलाया जाएगा। पत्रकारवार्ता में उन्होंने कहा कि नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के अनुसार पिछले वर्ष २०१८ की अपेक्षा २०१९ को ४२७ केसों की कमी आई है। जबकि देश में क्राइम का प्रतिशत बढ़ा है। जब भाजपा की सत्ता थी, तब महिलाओं पर उत्पीड़न के ५२५२ केस थे। ज्योतिरादित्य सिंधिया व कमलनाथ व सर्वोच्च नेतृत्व के नेतृत्व में महिला उत्पीड़न जैसे मामलों में जहाँ हमारा मध्यप्रदेश प्रथम नं. पर था, वहाँ प्रकरणों में ४२७ मामले कम हुए हैं। हमारा अभियान महिलाओं पर उत्पीड़न के मामले को पूरी तरह समाप्त करना है। महिला उत्पीड़न के मामलों के तुरंत निराकरण हेतु फास्ट्रेक कोर्ट एवं सुप्रीम कोर्ट ने २०१३ में ही जस्टिस भानुमति कमेटी वुमन अगेंस्ड क्राइम कमेटी ने सिफारिश की है। प्रत्येक सरकारी एवं गैर सरकारी कार्यालयों में महिला उत्पीड़न निवारण प्रकोष्ठ होना आवश्यक है। इस ओर भी हम प्रयास करेंगे। महिलाओं को आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करने की दिशा में कमलनाथ सरकार सदैव आगे रही है। हाल ही में दीपिका पादुकोण की छपाक फिल्म को टैक्स फ्री किया जाना भी इस दिशा में सार्थक कदम है।
सुश्री जोशी ने कहा कि हम यह भी प्रयास करेंगे कि महिलाओं को अधिक से अधिक प्रगतिपथ पर जागरूक करें। इसके लिए प्रकोष्ठ अधिक से पत्रकार वर्ग, वकील, शिक्षा जगत या अन्य बड़े प्रबुद्ध वर्ग से महिलाओं को साथ लेकर अपने मिशन को चलाएगा। पत्रकार वार्ता के दौरान एडवोकेट दीक्षा यादव, हिना यादव, गृहिणी रुबी सहगल, नमिता सोलंकी उपस्थित थीं।