गीत, गजल, गद्य, सम्मान और वैज्ञानिक संगोष्ठी के साथ स्वर्ण जयंती समारोह का समापन


उज्जैन। शासकीय धन्वन्तरि आयुर्वेद चिकित्सा महाविद्यालय, उज्जैन स्वर्ण जयंती आयोजन समिति के संयोजक डॉ. प्रकाश रघुवंशी तथा डॉ. श्यामलाल शर्मा, प्रधानाचार्य डॉ. जे.पी. चौरसिया ने बताया कि धन्वन्तरि आयुर्वेद महाविद्यालय का दो दिवसीय स्वर्ण जयंती समारोह मध्यप्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति तथा प्रख्यात न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. टी.एन. दुबे की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम में नगर निगम के सभापति सोनू गेहलोत अतिथि के रूप में उपस्थित थे।
स्वर्ण जयंती समारोह के दूसरे दिवस सर्वप्रथम दिवंगत पूर्व प्राचार्यों/आचार्या तथा चिकित्सक एवं छात्रों की स्मृति में महाविद्यालय वनौषधालय में पौधरोपण किया गया तथा सभागार में दो मिनिट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इसी के साथ प्राध्यापकों, चिकित्सकों तथा छात्र-छात्राओं ने गीत, कविता व नृत्य की रंगारंग प्रस्तुतियां दी।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे कुलपति डॉ. टी.एन. दुबे ने कहा कि मुझे पहली बार आयुर्वेद चिकित्सा महाविद्यालय के स्वर्ण जयंती समारोह में सम्मिलित होने का मौका मिला है। आयुर्वेद का भविष्य उज्जवल है। आयुर्वेद की औषधियों के निरापद होने के कारण दिनोंदिन इसकी लोकप्रियता बढ़ रही है। सोनू गेहलोत, नगर निगम सभापति ने बोलते हुए कहा कि वे एक लम्बे समय से आयुर्वेद परिवार के एक सदस्य जैसे हैं और स्वयं की आयुर्वेद की चिकित्सा लेते हैं। नगर निगम के पाषर्दा के माध्यम से तथा स्वयं भी सदैव महाविद्यालय की सेवा में तत्पर रहता हूं तथा भविष्य में भी महाविद्यालय के विकास में सहयोगी की भूमि में रहूंगा।
दूसरे दिवस के कार्यक्रम संगोष्ठी कक्ष में बाहर से आये विद्वानों ने अपने चिकित्सकीय अनुभव साक्षा किये। संगोष्ठी की अध्यक्ष चेयर पर्सन डॉ. सोमेन्द्र मिश्रा पूर्व संयुक्त संचालक ने की। उपाध्यक्ष चेयर पर्सन डॉ. मणीन्द्र व्यास, अध्यक्षता डॉ. ओ.पी. व्यास, संचालक डॉ. शिरोमणि मिश्रा तथा आभार डॉ. राजेश उइके ने किया। पी.जी. शोध छात्रों ने शोध पत्र प्रस्तुत किये। साथ ही म.प्र. आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय, जबलपुर के कुलपति द्वारा महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापकगणों का सम्मान किया गया।
इस अवसर पर महाविद्यालय के सांदिपनी सभागृह में डॉ. अजय कीर्ति जैन जी के यादों की झलकियां प्रस्तुत करते हुए आयुर्वेद की विषय वस्तु के चार्ट्स भी प्रस्तुत किये गये। 8 फरवरी को सांस्कृतिक कार्यक्रम में डॉ. परेश रॉय, डॉ. नवप्रभात लाल, डॉ. रजेश मालवीय, डॉ. वेद प्रकाश व्यास ने गीत प्रस्तुत किए। छात्र-छात्राओं ने भी गीत व नृत्य की मनमोहक प्रस्तुतियां दी।
कार्यक्रम के दौरान संरक्षक डॉ. बटुकशंकर जोशी, अध्यक्ष डॉ. श्यामलाल शर्मा, संयोजक डॉ. प्रकाश रघुवंशी, सह संयोजक डॉ. नरेन्द्र कपूर, उपाध्यक्ष डॉ. विनोद बैरागी व डॉ. एस.एन. पाण्डेय तथा सचिव डॉ. ओ.पी. पालीवाल सहित अनेक वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. रंजन त्रिवेदी, डॉ. सी.के. कासलीवाल, डॉ. हेमंत मालवीय, डॉ. राकेश निमजे सहित उज्जैन तथा उज्जैन के बाहर से आये आयुर्वेद के चिकित्सा विशेषता तथा महाविद्यालय के पूर्व एवं वर्तमान प्राचार्य तथा आचार्य गण उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. ओ. पी. पालीवाल ने किया तथा आभार प्रदर्शन डॉ. ओ.पी. व्यास ने किया। जानकारी जनसंपर्क समिति अध्यक्ष डॉ. प्रकाश जोशी, डॉ. संजय नागर, डॉ. कीर्ति बाला तावड़े ने दी।