मुम्बई की गलियों की जिंदगी दिखाने वाली 'गली ब्वॉय' ने जीते 12 अवॉर्ड

65वें फ़िल्मफ़ेअर अवॉर्ड में कई फिल्मों को टक्कर देकर जीते अवॉर्ड



गुवाहाटी। मुम्बई के बाहर गुवाहाटी में मुम्बई की गलियों के जीवन को दिखाती फ़िल्म 'गली ब्वॉय' ने अलग अलग कैटेगरी में 12 फ़िल्मफ़ेअर अवॉर्ड जीते। इस अवॉर्ड के लिए मिशन मंगल, उरी : द सर्जिकल स्ट्राइक, छिछोरे जैसी फिल्में टक्कर में थी।
शनिवार को गुवाहाटी के इंदिरा गांधी एथलेटिक्स स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में बॉलीवुड की कई हस्तियों ने शिरकत की।
एक दिन पहले ही फिल्मी सितारों का गुवाहाटी आना शुरू हो गया था। इस आयोजन में रणवीर सिंह, दीपिका पादुकोण, माधुरी दीक्षित, आलिया भट्ट, आयुष्मान खुराना, विक्की कौशल, कार्तिक आर्यन, सारा अली खान, अक्षय कुमार, करण जौहर, अनिल कपूर, रणबीर कपूर, इरफान खान, अनन्या पांडे, पूजा हेगड़े, टाइगर श्रॉफ, श्रद्धा कपूर सहित कई बड़ी हस्तियां कार्यक्रम में शामिल हुईं।
इस बार फिल्मफेयर के लिए मिशन मंगल ,उरी: द सर्जिकल स्ट्राइक, छिछोरे और गली बॉय फिल्मों के बीच कड़ी टक्कर है। सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का अवॉर्ड रणवीर सिंह ने अपने नाम किया तो सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री आलिया भट्ट बनीं। इन दोनों को ये अवॉर्ड 'गली ब्वॉय' फिल्म के लिए मिला। फिल्मफेयर अवॉर्ड में 'गली ब्वॉय' फिल्म नॉमिनेशन से लेकर विनर्स की लिस्ट में सबसे आगे रही। इस फिल्म को अलग-अलग कैटेगरी मे ंनॉमिनेशन मिले थे जिसमें से इस फिल्म ने 12 अवॉर्ड अपने नाम किए।
आपको बता दें कि अंग्रेजी मैग्जीन फिल्म फेयर की हर साल इस अवॉर्ड का आयोजन किया जाता है। इस अवॉर्ड की शुरुआत साल राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार की स्थापना के साथ साल 1954 में हुई थी। फिल्मफेयर पुरस्कार की घोषणा और ज्यूरी के सदस्यों के मत के आधार पर दिए जाते हैं। पहले इस पुरस्कार समारोह का नाम ‘द क्लेयर्स’ था जो फिल्मों के आलोचक क्लेयर मेंदिनोचा के नाम पर आधारित था। 21 मार्च 1954 को हुए पहले पुरस्कार समारोह में सिर्फ पांच पुरस्कार रखे गए थे।


कैटेगरी 
बेस्ट एक्टर मेल-  रणवीर सिंह (गली ब्वॉय)
बेस्ट एक्टर फीमेल- आलिया भट्ट (गली ब्वॉय)
बेस्ट एक्टर मेल क्रिटिक्स - आयुष्मान खुराना (ऑर्टिकल 15)       
बेस्ट एक्टर फीमेल क्रिटिक्स- भूमि पेडनेकर और तापसी पन्नू (सांड की आंख)             
बेस्ट डेब्यू डायरेक्टर-    आदित्य धर                (उरी : द सर्जिकल स्ट्राइक)
बेस्ट डेब्यू एक्टर -       अभिमन्यु दासानी         (मर्द को दर्द नहीं होता)
बेस्ट डेब्यू एक्ट्रेस -      अनन्या पांडे               (स्टूडेंट ऑफ दि ईयर 2)
बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर-     सिद्धांत चतुर्वेदी          (गली ब्वॉय)
बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस-    अमृता सुभाष             (गली ब्वॉय)
बेस्ट प्लेबैक सिंगर (फीमेल)-   शिल्पा राव         (घुंघरू (वॉर)
बेस्ट प्लैकबैक सिंगर (मेल)-    अरिजीत सिंह     (कलंक नहीं) (फिल्म- कलंक)
बेस्ट लिरिक्स-    डिवाइन और अंकुर तिवारी      (अपना टाइम आएगा)  (फिल्म- गल्ली ब्वॉय)
बेस्ट वीएफएक्स-    शेरी भरदा एंड विशाल आनंद    (वॉर)
बेस्ट एक्शन-   पॉल जेनिंग्स, ओह सी यंग, परवेज शेख और फ्रैंज स्पिलहौस    (वॉर)
बेस्ट कोरियोग्राफी-    रेमो डिसूजा    घर मोरे परदेसिया (कलंक)
बेस्ट सिनेमैटोग्राफी-    जय ओजा    (गली ब्वॉय)
बेस्ट बैकग्राउंड स्कोर-    कर्ष काले और द सालवेज ऑडियो कलेक्टिव    (गली ब्वॉय)
बेस्ट एडिटिंग-    शिवकुमार वी पणिक्कर    (उरी : द सर्जिकल स्ट्राइक)
बेस्ट साउंड डिजाइन-    बिश्वदीप दीपक चटर्जी और निहार रंजन सामल   (उरी : द सर्जिकल स्ट्राइक)
बेस्ट प्रोडक्शन डिजाइन-    सुजैन कैपलन मेर्वांजी    (वॉर)
बेस्ट कॉस्टयूम-    दिव्या गंभीर, निधि गंभीर    (सोनचिड़िया)
लाइफटाइम अचीवमेंट-    रमेश सिप्पी    
बेस्ट एक्ट्रेस (शॉर्ट फिल्म)-    सारा हाशमी   (बेबाक)
बेस्ट एक्टर (शॉर्ट फिल्म)-    राजेश शर्मा    (टिंडे)
बेस्ट एक्शन (शॉर्ट फिल्म)-   शाजिया इकबाल   (बेबाक)
बेस्ट नॉन फिक्शन (शॉर्ट फिल्म)-  अनंत नारायण महादेवन    (विलेज ऑफ़ अ लैसर गॉड)
पीपल च्वॉइस अवॉर्ड (बेस्ट शॉर्ट फिल्म)-    रोहित बापू काम्बले   (देशी)