उज्जैन। शासकीय धन्वन्तरि आयुर्वेद चिकित्सा महाविद्यालय, उज्जैन के प्रधानाचार्य डॉ. चौरसिया ने बताया कि संस्था के गारिमामयी 50 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में पूर्व छात्रों के सहयोग से महाविद्यालय परिसर में स्वर्ण जयंती समारोह का भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जयंत देव पुजारी ने कहा कि आयुर्वेद के विकास को आगे बढ़ाये जाने तथा आयुर्वेद पाठ्यक्रम में एकरूपता लाने के लिये भी प्रयास किये जा रहे हैं।
कार्यक्रम के विशेष अतिथि घट्टिया विधायक रामलाल मालवीय, तराना विधायक महेश परमार, पूर्व विधायक डॉ. बटुकशंकर जोशी, जिला पंचायत अध्यक्ष करण कसुमारिया, समाजसेवी समीर भाई गोयल थे। कार्यक्रम के संयोजक डॉ. प्रकाश रघुवंशी, कार्यक्रम अध्यक्ष डॉ. श्यामलाल शर्मा, स्वागत समिति के अध्यक्ष सी.के. कासलीवाल, आलोट विधायक मनोज चावला उपस्थित थे। इस अवसर पर पूर्व छात्र रूप में पूर्व विधायक डॉ. बटुकशकर जोशी ने आयुर्वेद जगत में बहुत सारी संभावनाएं व्यक्त की।
कार्यक्रम के प्रथम सत्र में पूर्व प्राचार्य एवं 1989 से आज तक के आयुर्वेद क्षेत्र में कार्यरत समस्त सेवानिवृत्त एवं वर्तमान में कार्यरत शिक्षकों का सम्मान किया गया। साथ ही द्वितीय सत्र में समाजसेवी सुधीर भाई गोयल का भी सम्मान किया गया जो कि पिछले 20 वर्षों से महाविद्यालय को देहदान उपलब्ध करवा रहे हैं। यह एक उपलब्धि है। विधायक महेश परमार ने आश्वासन दिया है कि आयुर्वेद में आने वाली बाधाओं को दूर किया जाएगा।
कार्यक्रम अध्यक्ष डॉ. श्यामलाल शर्मा ने स्वागत भाषण दिया। संचालन डॉ. वेद प्रकाश व्यास एवं डॉ. अजय कीर्ति जैन ने किया। इस अवसर पर स्वस्थवृत्त विभाग के डॉ. राकेश निमजे द्वारा 620 फीट लम्बी सूत्रनेति की गई। स्वर्ण जयंती समारोह में लेकर वर्तमान तक के सभी छात्र देश के विभिन्न प्रांतों से एकत्रित हुए। इस अवसर पर आयोजन समिति के डॉ. सी.के. कासलीवाल, डॉ. विनोद बैरागी, डॉ. नरेन्द्र कपूर, डॉ. ओ.पी. पालीवाल, संभागीय आयुष अधिकारी डॉ. प्रदीप कटियार, डॉ. आईएस सिसौदिया, डॉ. एस.एन. पाण्डे, डॉ. ओ.पी. व्यास विशेष रूप से उपस्थित थे। जानकारी जनसंपर्क समिति अध्यक्ष डॉ. प्रकाश जोशी, डॉ. संजय नागर, डॉ. कीर्ति बाला तावड़े ने दी।