रंगपंचमी पर निकलेगी महाकाल की गेर


6 झांकियों व 3 राज्यों के ढोल-बैंड करेंगे मंत्रमुग्ध


शाम 6 बजे ध्वज पूजन के बाद शुरू होगा चलसमारोह, हाथी-घोड़े, बग्घी सहित कई चीजे आकर्षण का केंद्र रहेगी


उज्जैन। रंगपंचमी पर शनिवार की शाम नगर में महाकाल मंदिर की भव्य व आकर्षक गेर निकलेगी। श्री महाकालेश्वर ध्वज चलसमारोह समिति के द्वारा निकाली जाने वाली गेर में 6 झांकियों सहित 3 राज्यों के ढोल-बैंड हजारों लोगों को मंत्रमुग्ध करेंगे।


महाकाल मंदिर के समस्त पुजारी-पुरोहितों ने बताया कि शाम 6 बजे मंदिर में आमंत्रित अतिथि ध्वज पूजन कर गेर का शुभारंभ करेंगे। गेर में पहली झांकी हरिहर मिलन, दूसरी झांकी श्रीनाथजी के बंगले की में 56 भोग, तीसरी झांकी हनुमान द्वारा सूर्यदेव से शिक्षा ग्रहण, चौथी झांकी शिव परिवार, पांचवीं कृष्ण रासलीला व छठी झांकी में शिव लीला के दर्शन होंगे। गेर में सेहरा दर्शन की झांकी विशेष रूप से निकलेगी। श्री वीरभद्र भैरवनाथ का रथ, चांदी का ध्वज, स्टेट का ध्वज व 21 ध्वजाएं, हाथी, घोड़े, बग्घी शामिल रहेंगे। मप्र के उज्जैन व इंदौर के आरके, बालाजी और राजकमल बैंड के साथ महाराष्ट्र के नासिक का ब्रास बैंड, मुंबई का प्रसिद्ध आराध्य ढोल ताशा पथक, पूना का नादब्रह्म और दिल्ली का पंजाबी भांगड़ा ढोल भी शामिल रहेगा। गेर महाकाल मंदिर से तोपखाना, दौलतगंज, फव्वारा चौक, नईसड़क, कंठाल चौराहा, सतीगेट, बड़ा सराफा, छत्रीचौक, गोपाल मंदिर, पटनी बाजार, गुदरी चौराहा होकर पुन: महाकाल मंदिर पहुंचकर समाप्त होगी।