नई दिल्ली। देश में पिछले कई दिनों से लॉकडाउन चल रहा है। देश की भले ही इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ी हो, पर प्रकृति पर इसका बहुत सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। राष्ट्रीय नदी गंगा के प्रदूषण में लॉकडाउन के कारण भारी कमी आई है।
गंगाजल में 40 से 50 प्रतिशत का सुधार होने का दावा विशेषज्ञ कर रहे हैं। कई कारखाने बंद होने के कारण गंगा नदी अपने प्राकृतिक स्वरूप को प्राप्त करते जा रही है। बंद से पानी में लगातार सुधार देखा जा रहा है। गंगा में अधिकतर प्रदूषण कंपनियों की वजह से होता है और लॉकडाउन की वजह से उनके बंद होने के बाद यहां एक महत्वपूर्व बदलाव देखने को मिल रहा है। अगर लॉकडाउन के पहले और बाद के हालात पर नजर डालें तो बदलाव साफतौर पर देखा जा सकता है।
वहीं वाराणसी के स्थानीय लोगों के मुताबिक, लॉकडाउन की वजह से लोग गंगा स्नान नहीं कर रहे हैं और फैक्टरियां भी बंद हैं, इसकी वजह से गंगा का पानी बहुत साफ नजर आ रहा है। लॉकडाउन की वजह से ऐसा बदलाव देखकर खुशी हो रही है। कानपुर के लोगों का भी गंगा को लेकर कुछ ऐसा ही मानना है।
बता दें कि तीन महीने पहले चीन के वुहान शहर से फैले कोरोना वायरस की वजह से दुनिया का हर बड़ा देश लॉकडाउन में है और पूरी तरह से बंद है। इस जानलेवा महामारी की वजह से अब तक दस लाख से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं और 63000 से अधिक लोगों की जान गई है। वहीं भारत में भी अब तक 3000 से अधिक संक्रमित हुए हैं और 75 मौतें हुई हैं।