उज्जैन। देश में लॉकडाउन ३ मई तक बढ़ गया। कोरोना महामारी से मुकाबले के लिए हर कोई प्रयासरत हैं। इसी के साथ बसंत विहार निवासी राजाभाऊ पाटणकर ७१ वर्ष की उम्र में मास्क बनाकर लोगों को नि:शुल्क वितरित कर रहे हैं। किसी समय फ्रीगंज में ऐलोरा टेलरिंग की दुकान चलाने वाले श्री पाटणकर सबकी बीच माट साब के नाम से ख्यात हैं। जबसे कोरोना महामारी के कारण शहर और देशभर में लॉकडाउन किया गया है, तब से ही शहर के कई लोग अपने-अपने स्तर पर प्रयास कर रहे हैं।
कोरोना के खतरे से लोगों को दूर रखने के उद्देश्य से बसंत विहार निवासी राजाभाऊ पाटणकर ७१ वर्ष की उम्र में लोगों के लिए मास्क बनाने लगे। स्वयं के खर्च से मास्क बनाकर कॉलोनी के लोगों के बीच इनका वितरण किया जा रहा है। लॉकडाउन के बीच ४ अप्रैल से मास्क बनाने का काम शुरू किया। प्रतिदिन दिन में रामायण देखने के बाद भोजन के बाद अपनी सिलाई मशीन से मास्क बनाना शुरू कर देते हैं। प्रतिदिन लगभग २०-२५ मास्क बनाकर लोगों में वितरित कर रहे हैं। अब तक २०० से अधिक मास्क वे कॉलोनी के लोगों को वितरित कर चुके हैं। मास्क वितरण के दौरान किसी से किसी प्रकार का कोई शुल्क वे नहीं लेते हैं। स्वयं के खर्च पर ही कपड़े का प्रबंध किया और स्वयं ही मास्क सीलकर लोगों को प्रदान कर रहे हैं। कॉलोनी के कार्यकर्ता उनसे मास्क लेकर घर-घर जाकर मास्क वितरित कर रहे हैं। बसंत विहार कार्यकारिणी के राजेन्द्र परब व अन्य कार्यकर्ता उनसे मास्क लेकर लोगों को बांट रहे हैं। उल्लेखनीय है कि साळी समाज के श्री राजाभाऊ पाटणकर समाजसेवा में सदैव अग्रणी रहे हैं। समाज की गतिविधियों में हमेशा अग्रणी रहे हैं तथा सदैव समाज उत्थान के लिए प्रयासरत रहे हैं।