वीरांगना आज भी हमारी नारी शक्तियों की प्रेरणा है : काबरा

वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई के बलिदान दिवस पर दी आदरांजलि



उज्जैन। 1857 की क्रांति की द्वितीय शहीद, अतुलित पराक्रम की धनी रानी लक्ष्मीबाई अदम्य, अद्वितीय साहस की प्रतिमूर्ति थी। वीरांगना आज भी हमारी मातृशक्तियों की प्रेरणा है और अद्यतन नारी शक्ति की तुलना रानी लक्ष्मीबाई के शौर्य व पराक्रम से ही की जाती है।
वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई के 162वें बलिदान दिवस पर संस्था गीताश्रीधर धार्मिक, सांस्कृतिक एवं सामाजिक सेवा संस्थान उज्जैन द्वारा अभिराम आश्रम, जयसिंहपुरा उज्जैन आयोजित आदरांजलि सभा में उक्त विचार संस्थान सचिव रूपेश काबरा नेव्यक्त किये। रानी लक्ष्मीबाई के चित्र पर माल्यार्पण कर उपस्थितजनों ने उन्हें आदरांजलि कार्यक्रम की अध्यक्षता आचार्य आशुतोष महाराज ने की। इस अवसर पर पदमसिंह पटेल, संतोष जैन, लोकेश जैन, प्रकाश मालवीय, पीयूप काबरा, अजय गेहलोत, आकाश कुमावत, अंशुल शर्मा आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे। यह जानकारी सचिन परिहार ने दी।