शास्त्रीनगर उद्यान से अतिक्रमण हटाने के लिए फिर दिया निगमायुक्त को ज्ञापन-निगम के अधिकारी मामला दबा रहे
उज्जैन। वार्ड 46 स्थित शास्त्रीनगर गली नंबर 5 में पं. गिरिजाशंकर व्यास उद्यान में पूर्व पार्षद जयसिंह दरबार तथा उनके भाई पार्षद विजयसिंह दरबार द्वारा किये गये अवैध निर्माण को हटाये जाने की मांग को लेकर श्रीराम चैतन्य बाल हनुमान जनकल्याण समिति ने निगमायुक्त को ज्ञापन सौंपा। इस मामले में पूर्व में जांच के बाद कार्रवाई के आदेश हो चुके हैं बावजूद आज तक अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई नहीं की गई।
समिति के सचिव एवं शहर कांग्रेस उपाध्यक्ष अर्जुनसिंह राठौर एवं समाजसेवी धनराज गेहलोत ने बताया कि समिति द्वारा 12 फरवरी तथा 18 फरवरी 2020 को इस संबंध में तत्कालीन आयुक्त को शिकायत की थी। 4 मार्च 2020 को कार्यपालन यंत्री म.प्र. गृह निर्माण एवं अधोसंरचना विकास मंडल द्वारा उद्यान में अवैध कब्जा होना पाकर रिपोर्ट उपायुक्त म.प्र. गृह निर्माण एवं अधोसंरचना विकास मंडल को भेज दी थी। इस मामले में महापौर, कलेक्टर, एसपी से लेकर पूर्व में चलाये गये आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम में भी रहवासियों द्वारा शिकायत की गई थी। जिसमें उद्यान में अवैधानिक एवं रंगदारी करते हुए अवैध निर्माण करने की शिकायत की गई थी। लेकिन आज तक कॉलोनी सेल के अधिकारी अरूण जैन, डोंगरसिंह परिहार द्वारा पूर्व पार्षद जयसिंह दरबार, वर्तमान पार्षद विजयसिंह दरबार से मिलीभगत कर निगम के मद का दुरूपयोग करते हुए शासकीय उद्यान पर किये अवैध कब्जे को हटाने की प्रक्रिया शुरू नहीं की है। जबकि झोन क्रमांक 4 की उपयंत्री मिनाक्षी शर्मा द्वारा इस संबंध में संपूर्ण जांच कर फाईल पूर्ण कर दी गई है। समिति द्वारा उपयंत्री से मिलने पर उन्होंने कहा कि कॉलोनी सेल प्रभारी एवं भवन अधिकारी अरूण जैन एवं डोंगरसिंह परिहार अवैध कब्जे हटाने की कार्यवाही का आदेश देंगे तो ही कार्यवाही होगी। अर्जुनसिंह राठौर एवं धनराज गेहलोत ने निगमायुक्त को ज्ञापन सौंपकर उद्यान की भूमि पर अवैधानिक रूप से किये गये निर्माण को हटाकर उद्यान को मुक्त करें ताकि रहवासियों को स्वच्छंद रूप से उद्यान में टहलने एवं उपयोग कर सके। साथ ही मांग की कि इस मामले में दोषी अधिकारी, कर्मचारी पर विभागीय कार्यवाही करने के भी आदेश प्रदान करें।
सीएम हेल्पलाईन पर दी झूठी जानकारी
उद्यान पर अवैध कब्जे के मामले में जब धनराज गेहलोत द्वारा सीएम हेल्पलाईन पर शिकायत की तो वहां से जवाब आया कि उद्यान पर किये गये कब्जे की शिकायत का निराकरण कर दिया गया है, वहां से अवैध कब्जा नगर निगम द्वारा हटा दिया गया है। गेहलोत ने बताया कि नगर निगम के अधिकारियों द्वारा सीएम हेल्पलाईन पर भी झूठी जानकारी दी गई है, जबकि आज तक उद्यान में कब्जा बरकरार है।
विकास में नहीं, भ्रष्टाचार में नंबर वन है वार्ड 47
पार्षद विजयसिंह दरबार द्वारा सोशल मीडिया तथा अन्य साधनों से प्रचार किया जा रहा है कि मध्यप्रदेश का नंबर 1 वार्ड है वार्ड 47, इस पर धनराज गेहलोत ने आरोप लगाया कि विजयसिंह दरबार के कार्यकाल में उद्यान, नाला, सड़क हर काम में जो भ्रष्टाचार किया है उसकी परतें आए दिन खुलती हैं। ऐसे में वार्ड 47 विकास में नहीं भ्रष्टाचार में नंबर 1 है।
4 महीने हो गए जांच को अब तक नहीं हट पाया अतिक्रमण