उज्जैन। भारत में बढ़ते संक्रमण को देखते हुये जन शिक्षण संस्थान उज्जैन के द्वारा आत्मनिर्भर भारत की अवधारण को साकार करते हुये संस्थान से जुड़ी हुई महिलाओं के द्वारा व्यावसायिक स्तर पर राखी निर्माण किया जा रहा हैं। संस्थान से जुड़े सभी कार्यकर्ताओं से जहा तक संभव हो घर पर रहने, घरों से निकलते वक्त फेस मास्क धारण करने, बार बार साबुन या हैंड वाश से हाथ धोने, सेनेटाईजर का उपयोग करने तथा बरसात के मौसम में अपने घरों तथा के परिवेश को साफ रखने के साथ प्रधानमंत्री तथा मुख्यमंत्री के आह्वान पर अधिक से अधिक स्वच्छता रखने की अपील की गई है। संस्थान कि निदेशक श्रीमती अनिता सक्सेना एवं संस्थान के कर्मचारियों के साथ साथ संस्थान के अनुदेशकों प्रशिक्षणार्थियों तथा उनसे जुड़े घर के सदस्यों से वीडियो शेयर कर यह संदेश दिया गया। चूंकि इस समय जिले में बढ़ते कोरोना संक्रमण के कारण सभी प्रशिक्षण बंद है। अतः सभी हितग्राही एवं. प्रशिक्षिका अपने हुनर का उपयोग खुद को आत्मनिर्भर बनाने के लिये करें।रक्षा बंधन का त्यौहार नज़दीक होने के कारण घरों में व्यावसायिक स्तर पर राखियों का निर्माण कर अपने आय के स्रोतों में वृद्धि करने का प्रयास करें। संस्थान के कई घरों में राखियों का निर्माण हो रहा है जिनसे ग्रुप के माध्यम से संपर्क कर सलाह ली जा सकती है। राखियों के निमार्ण के लिये कच्चामाल स्थानीय बाजार में भी आसानी से मिल जाता है। कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकोप के कारण वर्तमान में सभी तरह के प्रशिक्षण केंद्रों के बंद होने के करण संस्थान से जुड़ी महिलाएं रक्षा बंधन त्योहार को ध्यान में रख कर कई तरह की डिज़ाइनर राखीयों का निर्माण कर उन्हें बाजार में बैच कर आय अर्जित कर रही है। एवं राखियों के निर्माण का प्रमुख उद्देश्य स्वदेशी को बढ़ाने एवं चीनी उत्पादों का बहिष्कार करना है और लोगो तक आत्मनिर्भर भारत का संदेश पहुँचाना है।
चाइना का बहिष्कार करते हुए घर में राखी बनाने का काम शुरू किया जन शिक्षण संस्थान की महिलाओ ने