महाकाल सेना एवं पूजारी संघ की छवि धूमिल करने के विरोध में अनुविभागीय अधिकारी को ज्ञापन सौपा


बड़नगर। इन्दौर से प्रकाशित समाचार पत्र में महाकाल सेना एवं पुजारी संघ पर आरोप लगाये गये जिसमें महाकाल सेना भस्मआरती दलालों का संगठन है, ऐसा आरोप अखिल भारतीय हिन्दू राष्ट्र सेना संगठन के अध्यक्ष महेन्द्र ज्ञानी ने लगाये हैं, जिससे महाकाल सेना एवं पुजारी संघ का अपमान व छवि धूमिल करने का षड्यन्त्र रचा गया है।
महाकाल सेना सामाजिक संगठन है जो समय-समय पर जनसेवा करता आया है तथा महाकाल की सवारी में भी अपनी सेवाएं देता आ रहा है। पुजारी संघ के बारे में भी जो लिखा है वह असत्य व भ्रामक है। मंदिर के कई तथाकथित पुजारी 8 जून 2020 को मंदिर खोले जाने का विरोध कर रहे थे, पुजारी संघ व महाकाल सेना ने 8 जून 2020 को मंदिर खोलने की मांग की थी, जिसके कारण महाकालेश्वर मंदिर एवं कालभैरव मंदिर खोल दिए गए, जो आरोप पुजारी संघ पर लगाए गए। उससे संघ को ठेस पहुंची है तथा समाज में पवित्र संगठनों को बदनाम करने की चेष्टा की जा रही है तथा ऐसे समाचार छाप कर सदस्यों को ब्लैकमेल करने का षड्यंत्र किया जा रहा है। महाकाल सेना के सदस्यों द्वारा आज तक किसी भी भस्म आरती, दर्शन की दलाली की हो तो उसका प्रमाण ज्ञानी प्रस्तुत करें। इस भ्रामक समाचार को छपवाने में एवं बदनाम करने की साजिश में प्रवीण मादुस्कर, संजय दिवटे पर शंका के आधार पर महाकाल सेना ने आरोप लगाते हुए बड़नगर में अनुविभागीय अधिकारी से महाकाल सेना के तहसील प्रमुख पंकज मोरवाल ने प्रकरण दर्ज कर उचित कार्यवाही की मांग की। ज्ञापन देने में नगर प्रमुख अंकित राठौड़, रघुनाथ भंडारे, लक्की परमार, विनायक ठाकुर, गोकुल माली, बाबू सेन, उत्सव नीमा आदि पदाधिकारी उपस्थित थे। उपरोक्त विषय को लेकर महाकाल सेना राष्ट्रीय प्रमुख व पुजारी संघ प्रदेशाध्यक्ष महेश पुजारी ने बड़नगर पधारकर महाकाल सेना के समस्त पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं की बैठक ली। उक्त जानकारी गोलू मोरवाल ने दी।