ग्रामीणों को बताए नशे के दुष्परिणाम

उज्जैन। महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर 2 से 8 अक्टूबर तक मद्य निषेध सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है। इस आयोजन का उद्देश्य समाज में व्याप्त नशा खोरी का समूल उन्मूलन करना है। जागरूकता अभियान चलाते हुए समाज में बढ़ती शराबखोरी, तंबाकू, गुटखा, सिगरेट की लत के दुष्परिणामों से सभी को अवगत कराना है। ताकि मादक द्रव्यों एवं मादक पदार्थों के सेवन की रोकथाम के लिए वातावरण एवं चेतना का निर्माण हो सके।

अंतर्राष्ट्र्रीय मद्यनिषेध दिवस के मौके पर चंचलप्रभा महिला मण्डल द्वारा ग्राम निनोरा में संगोष्ठी आयोजित की गई। संगोष्ठी में मंडल के पदाधिकारियों ने महिलाओं को नशे की लत से होने वाले नुकसान की जानकारी दी। पश्चात घर-घर जाकर लोगों को इस बाबत जागरूक किया गया। संस्था चंचलप्रभा महिला मण्डल २ अक्टूबर से नशामुक्ति जागरूकता अभियान चला रही है। एक सप्ताह चले इस जागरूकता अभियान का समापन अंतर्राष्ट्रीय मद्यनिषेध दिवस पर किया गया। अभियान के अंतर्गत लोगों को नशा न करने के लिए प्रेरित कर शपथ ग्रहण दिलवाई गई। इस अवसर पर मंडल अध्यक्ष चंचल श्रीवास्तव, अस्मि वेलफेयर एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष जितेन्द्र राठौर व अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।