श्री योगीराज मत्स्येन्द्रनाथ समाधि पर मनेगा दो दिवसीय शरदोत्सव

उज्जैन। उज्जयिनी की तपोस्थली माँ गढ़कालिका और भर्तृहरि गुफा के समीप स्थित योगीराज मत्स्येन्द्रनाथ की समाधि पर वर्षों से चली आ रही परम्परागत शरद पूर्णिमा के अवसर पर दो दिवसीय शरद महोत्सव का आयोजन 12 एवं 13 अक्टूबर को आयोजित किया जाएगा।

श्री योगीराज मत्स्येन्द्रनाथ शरदोत्सव एवं विकास समिति के अध्यक्ष डॉ. प्रकाश रघुवंशी ने आयोजन की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि लगभग पाँच शतक से सतत् आयोजित होने वाला शरद महोत्सव समाधि स्थल पर भव्य समारोह के रूप में मनाया जाएगा। 12 अक्टूबर शनिवार को समाधि स्थल को श्वेत रंग से सुसज्जित कर फूलों और विद्युत सज्जा से सजा कर शाम 7 बजे से पं. प्रवीण शास्त्री के दल द्वारा सुंदरकाण्ड एवं कवि सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। कार्यक्रम के दूसरे दिन शरद पूर्णिमा की शाम 13 अक्टूबर रविवार को नगर के सुप्रसिद्ध गायक द्वय अमित, ज्वलंत शर्मा की भजन संध्या एवं हरीश पोतदार समूह के लोकनृत्य श्रद्धालुजनों का मन मोह लेंगे। इस अवसर पर लोकगायक सुन्दरलाल मालवीय कबीर भजन की भी प्रस्तुति देंगे।

समिति के सचिव राम सांखला ने बताया कि इस अवसर पर रामप्रसाद चौहान एवं अज्जू पटेल के नेतृत्व में एक चल समारोह का आयोजन स्थानीय पीपली नाका से शाम 7 बजे प्रारंभ किया जाएगा। हाथी, घोड़े, पालकी के साथ योगीराज मत्स्येन्द्रनाथ पर चढ़ाई जाने वाली चादर, ध्वज का चल समारोह नगर के विभिन्न मार्ग जिवाजी गंज, नयापुरा, के.डी.गेट, गोपाल मंदिर से गाजे बाजे, ढोल ढमाकों के साथ समाधि स्थल पर रात 11.30 पहुँचेगा जहाँ महा आरती का आयोजन किया जायेगा। आरती के पश्चात् रात्रि 12 बजे खीर प्रसादी का वितरण किया जायेगा।

आयोजन समिति के उपाध्यक्ष एवं निगम सभापति सोनू गेहलोत ने नगर के सभी नागरिकों से कार्यक्रम में शामिल होकर सफल बनाने की अपील की है। आयोजन समिति के प्रमुख सदस्य राधेश्याम गेहलोत, सत्यनारायण सांखला, सत्यनारायण कछावा, मनोहर गेहलोत आदि ने समाधि पर मिलने वाली खीर प्रसादी का विशेष महत्व बताते हुए प्रसाद ग्रहण करने की सभी धर्मानुजन से अपील की है।