जन कल्याण के लिए कमल के फूलों से हो रही साधना
शिप्रा किनारे लग रहा मौन साधक के भक्तों का मेला

२५ दिन में १.५० लाख कमल का उपयोग


उज्जैन। बीते दो सप्ताह से शिप्रा किनारे नृसिंह घाट पर स्थित एक आश्रम में जन कल्याण के लिए कमल के फूलों से साधना हो रही है। ये साधना सम्राट कृष्णगिरी शक्तिपीठाधिपति मंत्रशिरोमणि राष्ट्रीय संत डॉ. बसंत विजयजी महाराज द्वारा की जा रही है। साधना में ६ हजार कमल के फूलों से प्रतिदिन उपयोग हो रहा है। २५ दिन की साधना में १.५ लाख कमल माँ पदमावती को अर्पित होंगे।

श्री कृष्ण गिरी शक्ति पीठ के उज्जैन प्रमुख शैलेन्द्र तल्लेरा ने बताया कि संत बसंत गुरुजी तमिलनाडु के कृष्णगिरी आश्रम के पीठासीन हैं। आप अवन्तिका नगरी में गुप्त नवरात्रि से दैवीय शक्ति माँ पदमावती देवी की साधना हेतु पधारे हैं। २५ दिन की कठोर तप तपस्या के साथ रात ९ बजे से प्रात: ६ बजे तक ६ हजार मंत्रों के साथ साधना हो रही है, जिसमें विशेष तौर पर ६ हजार कमल के फूलों का उपयोग प्रतिदिन किया जा रहा है। संतजी का उद्देश्य जनकल्याण, सर्वहारा, गरीबों की सेवा करना है। आप सामूहिक जाप करवाकर आमजनों की पारिवारिक, सामाजिक, आर्थिक एवं स्वास्थ्य संबंधी विकारों का निराकरण भी करते हैं। वर्तमान में नृसिंहघाट स्थित आश्रम में प्रतिदिन दोपहर २ से ५ बजे तक सामूहिक जाप चल रहा है। जिसमें सभी समाजजन के भक्त आकर नि:शुल्क लाभ अर्जित कर सकते हैं। यह जाप ८ मार्च तक जारी रहेगा।