उज्जैन। शासकीय स्वशासी धन्वन्तरि आयुर्वेद चिकित्सा महाविद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ. जे.पी. चौरसिया ने बताया कि चिकित्सालय के शिशु एवं बालरोग विभाग के अंतर्गत मार्च 2020 से प्रतिमाह के पुष्य नक्षत्र में 7 मार्च को जन्म से 10 वर्ष तक के बच्चों को स्वर्णप्राशन कराया जायेगा।
स्वर्णप्राशन कार्यक्रम की प्रभारी अधिकारी डॉ. गीता जाटव ने कहा कि 'पुष्य नक्षत्रÓ का धार्मिक, आध्यात्मिक तथा औषधियों पर विशेष प्रभाव होने से पुष्य नक्षत्र में स्वर्णप्राशन प्रयोग विशेष प्रभावी होता है। अत: प्रतिमाह पुष्य नक्षत्र में बच्चों को स्वर्णप्राशन कराया जाना चाहिए। प्रतिदिन प्रात: निरंतर 3 माह तक स्वर्ण प्राशन प्रयोग करने से बच्चों का प्रतिरक्षा तंत्र उत्प्रेरित होता है। साथ ही मस्तिष्क विकास तथा सोचने, समझने एवं सीखने की क्षमता का विकास होता है। चिकित्सालय के अधीक्षक डॉ. ओ.पी. शर्मा तथा शिशु रोग विभागाध्यक्ष डॉ. वेदप्रकाश व्यास ने आम जनता से अपील की है कि अभिभावक अपने बच्चों का स्वर्णप्राशन कराकर अधिकाधिक लाभ उठाये। उक्त जानकारी मिडिया प्रभारी डॉ. प्रकाश जोशी ने दी।
'पुष्य नक्षत्रÓ में ७ मार्च को होगा स्वर्णप्राशन