उज्जैन। निजी विद्यालयों में छुट्टियां होने के बाद भी आर्थिक बदहाली झेल रहे अभिभावकों से फीस की मांग की जा रही है, ऐसे में शहर कांग्रेस कमेटी के कार्यवाहक अध्यक्ष विवेक यादव के नेतृत्व में कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा गया जिसमें अभिभावकों को स्कूल फीस से राहत दिलाई जाने की मांग की गई।
विवेक यादव ने कहा कि कोरोना संक्रमण काल में पिछले 4 माह से सभी कुछ लॉकडाउन चल रहा है। दुकानें शासकीय ऑफिस सभी प्रकार के छोटे काम धंधे पूर्णतः बंद थे जिससे प्रत्येक परिवार में आर्थिक संकट की स्थिति उत्पन्न हो गई है। कई परिवारों के लिए तो खाने-पीने की भी परेशानी उत्पन्न हो गई है ऐसे में निजी विद्यालयों के द्वारा बिना बच्चों को पढ़ाएं फीस की मांग की जा रही है जो सर्वथा अनुचित है। ऑनलाइन पढ़ाने के नाम पर भी निजी विद्यालय फीस लेने का तर्क दे रहे हैं जो कि अनुचित है। निजी विद्यालयों में हर वर्ग के बच्चे अध्ययनरत हैं और इस वैश्विक महामारी के कारण हर वर्ग प्रभावित हुआ है। देश के अन्य राज्यों में इस तरह का शुल्क नहीं लिया जा रहा है। गुजरात में ऑनलाइन शिक्षा पर रोक लगाकर लॉकडाउन अवधि के शुल्क लिए जाने पर भी रोक लगा दी गई है। विवेक यादव के साथ ज्ञापन देने पहुंचे दर्शन ठाकुर, जीतेन्द्र निगम, जीतेन्द्र परमार, सुदर्शन गोयल, संचित शर्मा, राजेश बाथली, जाहिद हुसैन, प्रीतेश शर्मा, अम्बर माथुर, हेमंत बैरागी, विकास पंचाल, मयूर कानूनगो, यश जैन, कमल कोशल, दुर्गेश माली, शेरसिंह चौहान, इस्लाम पटेल, मनीष गोसर, तरुण लश्करी आदि ने मांग की कि शहर के सभी निजी विद्यालयों को 6 माह तक की फीस नहीं लिए जाने के आदेश प्रदान किये जाएं।
आर्थिक बदहाली झेल रहे अभिभावकों को स्कूल फीस से राहत दिलाई जाए